मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है, जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा दलित आदिवासी समुदाय के सरपंचों और प्रधानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि पहले तो उन्हें गांव के दबंगो और ऊंची जाती के लोगों से लड़ना पड़ता है, किसी तरह उनसे पार पा भी जाएं तो फिर उन्हें प्रशासनिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस मसले पर आप क्या सोचते हैं? क्या मनरेगा नागरिकों की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम हो पाएगी?
मैं भंगा पंचायत की अंजलि कुमारी हूँ । बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है । यदि बिहार में रोजगार उपलब्ध होता तो लोग अपने राज्य से बाहर नहीं जाते ।
थरूहट क्षेत्र के युवाओं में फैशन की बढ़ती मनोभाव एवं काम से देह चुराने की बीमारी है आर्थिक परेशानी का मुख्य कारण जो मजबूर करता है पलायन के लिए.
जिले के थरूहट इलाके के अधिकांश युवा गरीबी व बेरोजगारी की वजह से परिवार के पेट पालने के लिए विवश है पलायन करते है मजदूरी के लिए ....
जिले से सुदूर थरूहट इलाके में आज भी भयंकर बेरोजगारी व गरीबी से तबाह है यहाँ के मध्यम व निम्न वर्ग के परिवार और पलायन और शोषण के होते रहते है शिकार.