हमारा नाम मन किशोर पटवाड़ी वर समरी डुमरी वार्ड नंबर दस और गोना पंच ब्लॉक है । वहाँ रिपोलिया पंचायत है , हम बात कर रहे हैं जैसे कि हम बिहार क्षेत्र में हैं , हाल ही में कोई सरकारी नौकरी या ऐसा कुछ भी होगा । फरवरी में एक सरकारी नौकरी का जवान शहीद हो गया था , उसे इसका कोई लाभ नहीं मिला है और वह इतने गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है । उन सभी को घर पर ऐसी समस्या है , उन्हें कुछ मिलना चाहिए और ऊपर से परिवहन के साधन हैं । अब परिवहन के साधन इतने अधिक हैं कि कोई भी चार नौकरों को नहीं समझता है , विशेष रूप से जब वे कहते हैं कि हां उन्हें अपनी तरफ चलना चाहिए , लेकिन वे अपनी तरफ ऐसे चलते हैं जैसे कि वे छोटे हों । ट्यूबलर और कार चलाता है , उसे मारता है और भाग जाता है , यह भी नहीं देखता कि हां कुछ भी होगा , उसे उपचार या कुछ भी देखना चाहिए ।

गौनाहा ,थरुहट ,हां , मेरा घर फोन पर है , मेरा राशन कार्ड नहीं बनाया जा रहा है , मुखिया द्वारा कोई काम नहीं किया जा रहा है , कोई वार्ड काम नहीं कर रहा है , हम सभी के पास पैकिंग का काम है । कोई काम नहीं चल रहा है , कोई नया काम नहीं हो रहा है , राशन कार्ड भी नहीं बन रहा है , आप भी जानते हैं ।

हम नाम निबी कुमारी घर से मीरी थाना पोस्ट बाना पंचायत प्रदेश ने कहा कि मैं एक छोटी सी कविता पढ़ने जा रहा हूँ । आओ बच्चों , आपको सिखाओ कि स्वर क्या होते हैं । स्वर ज्ञान के साथ , आप सीखेंगे कि हम अंतर ई कोई क्यों कहते हैं , छोटी पदी ई कोई क्यों कहते हैं ।

बिहार राज्य के पश्चिम चम्पारण के गौनाहा के रुपौलिया से रिंकू कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक प्यारी सी कविता सुनाई है।

बिहार राज्य के पश्चिम चम्पारण के गौनाहा के शिशुवा ताजपुर से श्रेया कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से एक कविता सुना रही है जिसका शीर्षक है मछली जल की रानी है..

Transcript Unavailable.

मेरा नाम प्रशीद कुमार है , घर शिशुवाताजपुर से कविता सुना रहे है

Transcript Unavailable.

नाम प्रज्ञा कुमारी पिता का नाम शिवेंद्र कुमार आवबदा में घर पांचवीं कक्षा की छात्रा मैं एक कविता पढ़ने जा रही हूँ ।

गौनाहा मोबाइलवाड़ी मैं कश्मीर के पिटारवा जिले के गाँव पिपरिया स्थान गौनाहा की अंबेशा कुमारी हूँ और मैं अक्सर महिलाओं को यह बात बताना चाहती हूँ । चाहे घर का कोई काम हो या खाना बनाना , महिलाएं अक्सर सोचती हैं कि जब उनका दो या तीन साल का बच्चा हो तो महिलाओं को बच्चे को परेशान नहीं करना चाहिए । बच्चों को मोबाइल देखने दें ताकि बच्चा परेशान न हो और अपना काम करना शुरू कर दे । जब वह मोबाइल देता है , तो वह मोबाइल का समय लेता है , बच्चे बुरी तरह प्रभावित होते हैं , महिलाओं को अपने बच्चों पर ध्यान देना चाहिए और बच्चे दो या तीन साल के होने चाहिए ।