नमस्कार , बिहार सरकार द्वारा बिहार में नशीली दवाओं की लत से मुक्ति के लिए विमलेशक जी गमरिया गवाना से थारवत मोबाइल वडानी में आप सभी का स्वागत है । कई उपाय और कानून बनाए गए हैं लेकिन अभी तक बिहार में कहीं भी शराब नहीं देखी गई है । कुछ लोग कहते हैं कि शराब पर प्रतिबंध नहीं है लेकिन यह महंगी हो गई है । शराब भगवान की तरह नहीं दिखती है लेकिन हर जगह पाई जाती है जैसे भगवान को न देखें लेकिन विश्वास करें कि भगवान आज हर जगह हैं । युवाओं पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है । अधिकतर देखा जा रहा है कि शिक्षित युवा भी नशे के आदी हो गए हैं । कई नशेड़ी लोगों के घर नष्ट हो जाते हैं । आजकल ज्यादातर दुर्घटनाएं नशे की लत के कारण हो रही हैं । जानकारी के अनुसार , अधिकांश गरीब और दलित लोग शराब बनाते और पीते हैं ।
हम खरोटोला पंचायत की बात नहीं कर रहे हैं । आज , तनाज अबना सदर पोर सी जमुनियां अब इसके जुनून का केंद्र नहीं रहा है , न ही विदा के बाद से इसकी दो पीढ़ियाँ हुई हैं ।
जब मेरा जीवन समाप्त हो गया , तो मुझे दूसरा टीचू नहीं मिला , न ही मैंने अपनी किटी पर आग देखी , अगर मुझे याद है , तो मैं एक लड़की को अपने से पहले ले गया होता ।
हमारे घर परीक्षा रेखा भा ये हमारे नाम परभी माला देवी अमी का आज सिप्ती का परिचय ना मिलो आज अभी बुरा पंती ना मिलो ना आज आमनी का घर बने का कौन रोजगार मिलो ।
हमारा माला देवी नाम हमारा पिप्ती का पैसा मिला ना हमने कहा इंदिरा आवास ना बिला हमने कहा गरीब आदमी बानी हमनखाई का मैनी बन से हमने कहा पुराना राजकुमार राज तक ली ना मिलो ना कुछ ना काटा ।
इक्कसठ साल होने के बाद भी नही मिल रहा है पेन्शन
मंजू देवी/भंगहा/मैनाटाँड से नही मिल रहा सरकारी योजना जैसे आवास, शौचालय, नल जल का लाभ कैसे मिलेगी बताये
सुशीला देवी हमारा शौचालय औरी आवास के लाभ नहीखे मिलल हमरा का करे पड़ी। औरी केकरा से मिले परी।
सर हामा घर भरा बात है हमे बुदापुर से हमे से तुमसे बड़े होगे लमके ।
हेलो महपति देवी/भंगहा से घर भी नही और घर के लिए जमीन भी नही। सड़क किनारे फुस की झोपड़ी बरसात में होती परेशानी.