चम्पारण थरुहट , हैलो गीता देवी , हमने राशन कार्ड नहीं लिया है । आमी के राशन कार्ड नहीं है घर का फोंड हम का नाम नीला गाँव में दो घर तीन जो बटा वो मैं आदमी घर बने ना सारे मैं ना खेत ना बारी । किशोर चरचर बोलाई क्या राशन नटक्कर हमीर नहीं लेते क्या क्या रूप है और वही राशन के आज तक राशन कार्ड नहीं मिला हमीर ना राशन मिला कोई बक्दर । दो सौ बत्तीस सौ दुपा बाना मासिक दो सौ बावन बना मासिक बाना मासिक तबुनमी की राशन कार्ड समूह बानी समूह बानी भरवानी सब नहीं राशन कार्डलदी । मिलर है तब सुरा पँचिश हजार का फन वा मिनल मिला खपड़ा का सी बा अमी खपड़ा कुछ चाहे बा वही में । आनी देहलगलक रनिंग लाजे पोजल होकल परी तो कुरा दी था फिन पानी में रा