मऊ जिले में निजी अस्पतालों के संचालन का कोई निश्चित पैमाना नहीं है । यही कारण है कि वाराणसी के बाद मऊ जिले को यहां के मुख्यालय के कारण अस्पतालों का केंद्र कहा जाता है । पूरे जिले में सैकड़ों छोटे - बड़े अस्पताल चल रहे हैं , लेकिन बड़ी बात यह है कि इन अस्पतालों में पर्याप्त डॉक्टर नहीं हैं ।