Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर से प्रमोद कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि किसान अर्थवयवस्था की वह कड़ी है जिससे घर से लेकर देश चल रहा है। किसानों का मांग सही है,मगर उनका आंदोलन करने का तरीका गलत है। सरकार को इनपर ध्यान देना चाहिए और इनके समस्याओं का निदान करना चाहिए। किसान बहुत मेहनत करता है,उसे उनकी मेहनत का फल मिलना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से अंजु ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं में चाहे जितने भी गुण हों , महिलाएं समृद्ध हो रही हैं , वे सशक्त हो रही हैं , सरकार हर संभव प्रयास कर रही है , इसके बावजूद आज भी कई महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार होती है। जिसका मुख्य कारण है अशिक्षा गाँव की कई महिलाएं अनपढ़ हैं क्योंकि ऐसी धारणा रही है कि लड़कियों को ज्यादा नहीं पढ़ाया जाना चाहिए । अभी भी कई माता - पिता हैं जिन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। घरेलू हिंसा को तब तक नहीं रोका जा सकता जब तक कि हर महिला और परिवार की हर लड़की शिक्षित नहीं हो जाती।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से प्रमोद कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बढ़ती घरेलू हिंसा में महिलाओं का अपमान बढ़ रहा है । पूरे समाज की त्रासदी यह है कि हिंसा दिन - प्रतिदिन बढ़ती जा रही है । महिला आयोग कुछ भी दावा कर सकता है लेकिन ये आंकड़े बढ़ रहे हैं । सरकार को घरेलू हिंसा पर ध्यान देना चाहिए । महिलाओं को हर स्तर पर समान अवसर दिए जाने चाहिए । महिलाओं को भी शिक्षा के लिए समान अवसर दिए जाने चाहिए । कुछ लोग घर पर ही शिक्षित होते हैं उन महिलाओं को भी अवसर देना चाहिए। महिला अर्थव्यवस्थाओं में भाग नहीं लेती हैं , इसलिए उनके साथ घरेलू हिंसा की जाती है । सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर से प्रमोद कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि किसान भी अर्थव्यवस्था का हिस्सा है। आज भारत देश में पचहत्तर प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। ऐसी परिस्थिति में किसानों के हालात किसी से छुपे नही है । सरकार अन्नदाताओं के साथ बहुत अन्याय कर रही है । एम .एस .पी .समर्थन मूल्य किसानों की मांग है ,उसे लागू किया जाना चाहिए । सरकार उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर रही है ,मगर किसानों के प्रति उदासीन है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
Transcript Unavailable.
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला सिद्धार्थनगर से जय प्रकाश यादव , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि दिल्ली के लिए रवाना हुए किसान राजधानी की सीमाओं पर खड़े थे । किसानों की उपस्थिति को देखते हुए दिल्ली पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क है । पुलिस की तैयारी ऐसी है कि इसके लिए कोई भी सड़कों पर सीमा नहीं लांघ सकता है ।सड़कों पर कड़ा पहरा है, पूरी सीमा को किले में बदल दिया गया है । पूरे रास्ते में बेरिकेडिंग है , जिसकी तस्वीरें आप पिछले कई दिनों से देख रहे होंगे । पंजाब और हरियाणा के किसान पिछले दस दिनों से संभु सीमा पर बैठे हैं । जहां किसानों को हरियाणा की नाकाबंदी और बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश करते देखा गया , वहीं हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने प्रदर्शनकारियों को पीछे से खदेड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया । सैकड़ों आँसू गैस के गोले दागे गए , लेकिन सिर्फ बारह घंटों में तस्वीर बदल गई है , और सवाल यह है कि लाखों प्रयासों के बावजूद बुधवार को आगे बढ़ने में विफल रहने वाले किसान क्या करेंगे ।
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.