उत्तरप्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर ज़िला से अनीता दुबे ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि भारत में लड़कियों की शिक्षा लड़कों की तुलना में कम है। अभिभावक लड़कियों को पढ़ाने में ध्यान नहीं देते है। बेसिक शिक्षा दे कर उनकी शादी पर ध्यान देते है। जबकि हर एक इंसान को पढ़ने का हक़ है। अभिभावक को लड़कियों की शिक्षा के प्रति जागरूक होना होगा। बेटी बचाव बेटी बचाव पढाओ को आगे बढ़ाना होगा।अगर लड़कियाँ शिक्षित नहीं होगी तो देश के विकास में बाधा आएगी। अच्छे से देश विकसित नहीं हो पाएगा।