रमजान का पवित्र महीने में आखिरी जुमे यानी अलविदा जुमा की नमाज अकीदत के साथ सभी मस्जिदों में पढ़ी गई। यह नमाज हसनपुरा नगर पंचायत से लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों यथा सेमरी, रजनपुरा, शेखपुरा, गायघाट, उसरी खुर्द, उसरी बुजुर्ग, अरंडा, हसनपुरा, लहेजी, तेलकथू, मन्द्रपाली, फलपुरा, पियाउर आदि गांवों में स्थित मस्जिदों में पढ़ी गई। इस आखिरी जुमे की नमाज की तैयारी में हर बच्चा, नौजवान व बूढ़ा देखा गया। जहां जुमे की अजान होते ही हर कोई मस्जिद का रुख किया। जहां रमजान के पाक महीने के आखिरी जुमे की नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में नमाजी मस्जिद पहुंचे थे। हालांकि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए मस्जिद परिसर में नमाज के लिए खास व्यवस्था भी की गई थी। जहां नमाज बाद देश की खुशहाली, सुख और समृद्धि की लोगों ने दुआ मांगी। बता दें कि इस्लामी कैलेंडर के नौवें महीने को रमजान-उल-मुबारक का महीना कहा जाता है। इस दौरान पूरे महीने हर मुसलमान भाई रोजे रखते हैं। वही अरंडा नूरी मस्जिद के हाफिज समीउल्लाह ने रमजान व जुमे की फजीलतों को बयान किया। वही उलेमाओं ने कहा कि जब नेदा दी जाए जुमे की तो अल्लाह के जिक्र की तरफ चले आओ। नमाजे जुमा के लिए हुजूर स.अ. ने फरमाया की हम गरीबों के लिए हज है।