सिवान जिला में 10 फरवरी से एमडीए राउंड की शुरुआत की गयी है। एमडीए के पहले दिन राज्य के कई जिलों से दवा सेवन के बाद बच्चों में उल्टी एवं दस्त की शिकायत आयी है। जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की स्थानीय एवं प्रखंड स्तरीय टीम के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी बच्चों को जरूरी दवा एवं प्रबंधन किया गया है। हालांकि किसी बच्चों में अधिक गंभीरता नहीं आयी है। जिस कारण सभी बच्चे अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। फाइलेरिया रोधी दवाएं गुणवत्ता एवं प्रभाव स्तर पर पूर्णता सुरक्षित है। जिन बच्चों में दवा सेवन के बाद उल्टी, चक्कर एवं सर दर्द जैसी शिकायत आयी है, उनके क्षेत्र में फाइलेरिया परजीवी का संक्रमण होने की पुष्टि होती है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि इसे आसान शब्दों में समझा जाए तो दवा सेवन के बाद अगर किसी तरह की शारीरिक शिकायत होती है तो यह स्पष्ट होता है कि शरीर में पहले से फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे। क्योंकि दवा सेवन से परजीवी मरते हैं जिस कारण उल्टी, चक्कर या सर दर्द जैसे छोटी- मोटी शिकायत हो सकती है।