मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए बक्सर जाने के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना होने लगा है । गुरुवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु बक्सर के लिए रवाना हुए । ऐसे में इन श्रद्धालुओं को प्राइवेट वाहनों से जाना पड़ रहा है । बक्सर में 9 फरवरी को मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त है । माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या कहा जाता है। मौनी अमावस्या के दिन लोग गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं। शास्त्रों में इस दिन मौन रहकर दान और स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस दिन किसी गंगा नदी में स्नान के बाद दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन किए गए दान-पुण्य और पूजन से अन्य दिनों की तुलना में हजारों गुणा पुण्य प्राप्त होता है और ग्रह दोषों के प्रभाव भी कम होते हैं। इस दिन प्रात: स्नान के बाद सूर्य को दूध, तिल से अर्घ्य देना भी विशेष लाभकारी होता है। वही आयार्य नित्यानन्द तिवारी ने बताया की हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 9 फरवरी को सुबह 8 बजकर 02 मिनट से होगी। अगले दिन यानी 10 फरवरी को सुबह 4 बजकर 28 मिनट पर इसका समापन होगा। ऐसे में इस साल 9 फरवरी को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी।  मौनी अमावस्या का महत्व सभी अमावस्या तिथियों में मौनी अमावस्या को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहना बेहद शुभ होता है। इस दिन सुबह किसी पवित्र नदी में स्नान जरूर करें। वहीं जो लोग किसी पवित्र नदी में स्नान करने में असमर्थ हैं वे घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।