अभी पिछले दिनों एक समाचार आया था कि प्री वेडिंग सूटिंग मे 15 दिनों तक साथ रहते हुए लड़की फोटोग्राफर के साथ ही भाग गई, लड़का हाथ मलता रह गया । एक सभ्य समाज के ताने बाने को तार तार कर रहे इस कुकृत्य को सबको मिलकर तत्काल प्रभाव से रोकने का प्रयास करना चाहिए। विचारणीय है कि हम अपने समाज को कहां ले जाना चाहते हैं। विवाह के बाद बंद कमरे में होने वाले प्रेमालाप को पूरे परिवार और समाज को खुलेआम दिखाकर हम कौन सा आदर्श स्थापित कर रहे हैं ? देखा देखी के इस दिखावे का आखिर उद्देश्य क्या है ।यह तो विचार किया जाए कि लाखों रुपए बर्बाद कर इन अश्लील दृश्यों से आने वाली पीढ़ी पर क्या असर हो रहा है ? क्या यह प्री वेडिंग ,प्री हनीमून नहीं है ? सभी बुद्धिजनों से करबद्ध निवेदन है, विशेष रूप से अपनी बहनों , बेटियों और माताओं से चरण वंदना है इस कुकृत्य हेतु जिद्द न करें। अंधानुकरण की दौड़ में बहुत कुछ पीछे छोड़ दिया है हमने किंतु ऐसा कुकर्म तो बाद में बहुत रुलाएगा।