हमीरपुर। धान की फसल में कीड़ा लगने से किसान परेशान हैं। इसके पीछे किसान इस बार बारिश कम होना मुख्य कारण मान रहे हैं। इनका कहना है कि अगर समय से उपचार नहीं किया गया तो उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा। पिछले कुछ सालों से किसानों ने जिले में धान की फसल लेनी शुरू की है। धान की उपज से किसानों को मोटा मुनाफा मिल रहा था। इस बार धान की फसल कीड़ा के प्रकोप से नहीं उबर पा रही है। धान की फसल में पौधे के ऊपरी भाग में पत्ती के आसपास कीड़ा लगने से किसान परेशान हैं। यह पहले पत्ती खाता है। इसके बाद बाली की जगह पहुंचकर नुकसान पहुंचाता है। इससे पौधा बेकार हो जाता है। उत्पादन गिर जाता है। किसानों को कहना है कि इस बार धान में यह तीसरी बार दवा का छिड़काव करना पड़ा रहा है। इससे उनकी लागत बढ़ रही है। जिला कृषि अधिकारी डॉ.हरिशंकर ने बताया कि इस समय कहीं-कहीं धान की फसल में पत्ती के आसपास कीड़ा देखने को मिल रहा है। यहां अंडे देता है। इसके पौधे को काटने लगते हैं। इसके बाद यह गिडार सूड़ी का रूप लेकर धान के पौधे को काटने लगते हैं। इसकी वजह से पत्ती के साथ तना कमजोर हो जाता है। पौधा सूख जाता है।