मौदहा (हमीरपुर )मूल प्राकृतिक खेती किये जाने का प्रशिक्षण में मिट्टी के गुण कृषि विज्ञान तहसील क्षेत्र के एक गांव में पहुंच कर सैकड़ो किसानों कि उपस्थिति में गुण दोसो से प्रशिक्षित किया गया तथा प्राकृतिक ढंग से जल और मिट्टी का परीक्षण कर कृषकों का हौसला बुलंद कराया। बताते चलें की विकासखंड के भरसवा गांव के राजकुमार पांडे उन्नतशील कृषक के फार्म हाउस पर कृषि वैज्ञानिक ताराचंद बेलजी ने पंच महाभूत ज्ञान पर खेती करने वाले क्षेत्रीय किसानों को गुण सिखाएं जहां पर उन्होंने बताया कि भूमि माता है और गगन पिता है यह जब दोनों का सही समय पर मिलन होता है तो उससे कृषि उपजाऊ होती और कम लागत पर ही किसान बड़े स्तर की आमदनी कर सकता है इसी तरह वायु अग्नि जल सभी का अपना-अपना अलग महत्व है जो समय-समय पर कृषि को उपयोगी बनाने के लिए कार्य करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ऊर्जा जल, संजीव जल, भस्म रसायन, जैव रसायन ,जीवाणु जल ,अन्य द्रव्य रसायन, छाछ द्रव्य रसायन आदि के बारे में भी उन्होंने विस्तार से किसानों को गोष्ठी के माध्यम से संपूर्ण जानकारी दी उन्होंने मिट्टी को ताकतवर बनाने की पद्धति के बारे में भी परीक्षण कर किसानों को सिखाया उनका कहना था कि मृदा परीक्षण के लिए अन्य खेत की 5 फुट गहराई तक कि मिट्टी लेना है 2 वर्ष की यह प्रक्रिया पूरी होते ही मिट्टी बहुत मुलायम हो जाती है मिट्टी से पूरे वर्ष भर सोंधी महक आती है। मिट्टी खाने वाले केंचुए भी आ जाते हैं। मिट्टी में पानी सूखने की क्षमता भी बढ़ जाती है तथा भौतिक रासायनिक परिस्थितियों के आधार पर परिवर्तन संभव हो सकता है। इस अवसर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख शिवकुमार पांडे राजकुमार सिंह उत्तम सिंह गोपाल दास पालीवाल इंद्रजीत सिंह नन्ना रामभवन सिंह पूर्व शाखा प्रबंधक बलराम दादी आदि सैकड़ो प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।