एड्स इस नाम से हम सभी भली भांति परिचित हैं इसका पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम ' यह एक तरह का वायरस है जिसे एचआईवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक जानलेवा बीमारी है लेकिन आज भी लोगों में एड्स को लेकर सतर्कता नहीं है।साथ ही इसे समाज में भेदभाव की भावना से देखा जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। दोस्तों , हम सभी को एड्स को लेकर सतर्क रहना है ,साथ ही लोगों में सर्तकता लाने की भी ज़रुरत है।साथियों, एड्स का उपचार भेदभाव नहीं बल्कि प्यार है। आइये हम सभी मिलकर विश्व एड्स दिवस मनाए और लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाए। सतर्क रहें,सुरक्षित रहें

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वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेशराज शर्मा ने बताया कि कारागार में आयोजित मेडिकल कैंप की जांच रिपोर्ट में दो बंदियों की रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव आने से कुल मरीजों की संख्या चार हो गई। बताया कि यहां पहले से दो एचआईवी पॉजिटिव बंदी थे। वहीं, एक बंदी क्षय रोग पीड़ित मिलने से अब संख्या तीन हो गई है।

बांदा मंडल कारागार में आठ से 12 दिसंबर तक चार दिवसीय मेडिकल कैंप आयोजित हुआ। इसमें 848 पुरुष और 43 महिला बंदी-कैदियों की एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस), एसटीआई (यौन संचारित रोग), टीबी (ट्यूबरक्लोसिस), हेपेटाइटिस की जांच हुई।

बांदा -उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति लखनऊ दिशा टीम के द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष में पूर्व संध्या में एक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव एवं जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी अजय कुमार और डॉ केसरवानी एवं जिला एड्स कार्यक्रम प्रबंधक दिशा टीम द्वारा प्रतिभाग किया गया और एवं समस्त आई सी टी सी स्टाफ एवं art स्टाफ एवं एनजीओ उपस्थित रहे एवं कल दिनांक एक 1.12.2023 को एक हस्ताक्षर अभियान जिला अस्पताल में रखा गया है साथ ही एक जन जागरूकता शिविर व संगोष्ठी का आयोजन रेलवे स्टेशन परिसर में किया जाएगा। संबंधित गोश्ठी का आयोजन किया जाएगा कैंडल मार्च के आयोजन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया डॉ अनिल कुमार ने बताया कि जागरूकता एचआईवी एड्स से फैलाव एवं बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दिया साथी रेलवे स्टेशन परिसर में प्रचार प्रसार की सामग्री वितरित की गई। इस मौके में मुन्ना लाल प्रजापति, निर्भय सिंह, सुधांशु, अजय , विनोद,आदि उपस्थित रहे,

शर्म को ज़रा किनारे करके अपने बच्चों को AIDS के बारे में विस्तार से बताएं ताकि वो इस खतरनाक बीमारी से सुरक्षित रहे। साथियो अगर आप भी एड्स से जुडी कोई जानकारी हमसे साझा करना चाहते हैं तो फ़ोन में अभी दबाएं नंबर 3 का बटन और रिकॉर्ड करें अपनी बात।

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