उत्तरप्रदेश राज्य के बाँदा ज़िला से अनीस ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारा देश महिलाओं को देवी मानता है , लेकिन सच्चाई यह है कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी हमने महिलाओं को उनका पूरा अधिकार नहीं दिया है । कहने को हमने उन्हें सबकुछ बनाया लेकिन उसका अधिकार अपने पास बांध कर रखा। एक महिला अपना पुरा जीवन अपने घर को मां, बहन, बेटी, बीवी बनाकर सजाने में लगा देती है लेकिन उस महिला को अपने ही घर में घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ता है जिससे हम अब तक इतने वर्षों बाद भी निकल नहीं पाए हैं या भारत के लिए बहुत ही चिंताजनक स्थिति है।