डिकल कॉलेज पहुंचे। यहां चार लोगों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए। चर्चाओं के मुताबिक, इससे पहले नामजद किसी भी आरोपित से प्रकरण के संबंध में कोई पूछताछ नहीं हुई थी। पुलिस की चहलकदमी कॉलेज में देखकर वहां के स्टाफ में तरह-तरह की चर्चाएं रहीं। आरोपित प्रभावशाली कुछ भी कर सकते हैं मृतका के जेठ पीआरडी जवान ने आरोप लगाया कि अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई। आशंका जताते हुए बताया कि नामजद आरोपित प्रभावशाली हैं। ऐसे में सबूत से छेड़छाड़ कर सकते हैं। वहीं, मामले में एफआर लगाए जाने का भी अंदेशा जताया। कहा कि निष्पक्ष जांच सीबीआई से कराई जाए। बांदा, वरिष्ठ संवाददाता। मेडिकल कॉलेज से प्रसूता के अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के मामले में संगीन धाराओं में एक माह बाद एफआईआर की गई। एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद करीब एक माह होने को हैं।मृतका के घरवालों का कहना है कि अधिकारियों की चौखट पर एक माह तक दौड़ लगाने के बाद आरोपितों को नामजद करते हुए संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर को एक माह हो गए। पर अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई।
