जनपद में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में करीब 40 पंजीकृत हॉस्पिटल हैं। इनमें इक्का-दुक्का को छोड़ दे तो किसी में भी फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं हैं। हॉस्पिटल संचालक अपने स्तर पर फार्मेल्टी पूरी करने के लिए कुछ इक्विपमेंट लगवाए हुए हैं। अस्पतालों के पास फायर सेफ्टी का फायर एंड इमरजेंसी विभाग से लिया नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट तक नहीं है।