बिसंडा के ओरन निवासी आशाराम चौरसिया के मुताबिक, उनका बेटा बेरोजगार है। दो साल पहले उसे कमासिन के पास रहने वाला नफीस अली मिला। बेटे से कहा कि दो लाख रुपये का इंतजाम करो। सरकारी विभाग में संविदा पर नौकरी लगवा देगा। युवक ने किसी तरह दो लाख रुपये का इंतजाम करके नफीस को दिए। नफीस ने उसे एक सरकारी विभाग का ज्वाइनिंग लेटर दिया। जोकि फर्जी था।