रेलवे की लापरवाही विभाग को नुकसान पहुंचाने के साथ 10 हजार आबादी के लिए समस्या बनी है। स्थिति यह है कि दुरेड़ी रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे साल के 12 माह जलभराव रहता है। इससे ग्रामीणों को कचाहिन से होकर गुजरना पड़ता है।