कामयाबी खुद में मौजूद है फिर भी दूसरों में ढूंढता है अच्छा से मिलते थे संस्कार लेकिन अब तालीम केवल नोट कमाने का जरिया बन गया है। एचएमएस मेमोरियल स्कूल परिसर मे अयोजित सेमिनार में जोर देते हुए कहां की यह बात हमारे दिलवा दिमाग में बैठा दी गई है कि शिक्षा केवल नौकरी पाने के लिए हासिल करनी है।