सकबाकू भी जानते हैं कि नेताओं को जितना भी रुपया प्राप्त होता है वह सब बड़े-बड़े उद्योगपतियों की तरफ से होता है जिसका प्रयोग चुनाव में किया जाता है पर नेता इस बात की खबर किसी को नहीं देते क्योंकि अगर यह बात लोगों तक पहुंच जाएगी तो उनकी सारी पोल खुल जाएगी और उनकी छवि भी खराब हो जाएगी