भारतीय मीडिया वर्तमान समय में जो पत्रकारिता कर रहा है उसे साफ नजर आ रहा है कि वह पत्रकारिता नहीं बल्कि चाटुकारिता है। मीडिया को पहले अपनी जिम्मेदारी तय करनी होगी।