उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला के हजूरपुर प्रखंड से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अनीता सिंह से साक्षात्कार लिया। अनीता सिंह का कहना है कि उनके समय में उनके माता पिता के पास पैसे नहीं हुआ करते थे, इसलिए उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जिसे तैसे पूरा किया और उसके बाद नहीं पढ़ पायी। भूमि के अधिकार में लड़को का हिस्सा बनता है, लड़कियों का हिस्सा नहीं बनता है। बेटियों का अधिकार उनके ससुराल में होता है। जब लड़कियां पैतृक संपत्ति में हिस्सा लेंगी तो फिर लड़के क्या करेंगे ? ज़माने के हिसाब से बहुत कुछ बदला है। जिनके माता पिता शिक्षित है, वो अपनी बेटियों को शिक्षित कर रहे है। महिलाओं को भी पुरुष के बराबर ही छूट दिया जाये, इससे आये दिन होने वाले विवाद ख़त्म हो सकते है। पर ये विवाद कभी ख़त्म नहीं होने वाले है