समीपस्त ग्राम गोबरगांव (रामनगर) में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन पंडित देवेंद्र तिवारी के निज निवास में किया जा रहा है गोबरगांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में चतुर्थ दिवस शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे। भगवान श्रीकृष्ण की वेश में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आ रहे थे। भगवान के जन्म की खुशी पर महिलाओं द्वारा अपने घरों से लगाए गए गुड़ के लड्डूओं से भगवान को भोग लगाया गया। इस अवसर पर कथा व्यास आचार्य श्री राजकुमार जी शास्त्री, श्री विद्यानंद जी शास्त्री व श्री सुरेन्द्र जी शास्त्री आदि वक्ताओं ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई, चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के आठवें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया। कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।