बसंत पंचमी का पर्व क्षेत्र भर में श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिरों में धार्मिक आयोजन हुए। स्कूलों में सरस्वती पूजन सहित विविध कार्यक्रम हुए। स्थित स्वामी विवेकानंद स्कूल में बसंत पंचमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने मां शारदा को श्रद्धासुमन अर्पित किए। मां सरस्वती को पुरोहित महेंद्र महाराज द्वारा विधि विधान पूर्वक पूजन किया गया इस अवसर पर समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं को रक्षा सूत्र बांधे गए मां सरस्वती के समक्ष हवन पूजन हुआ जिसमें सभी शिक्षक शिक्षिकाओं एवं बच्चों ने मां सरस्वती को विविध मंत्र द्वारा आहुतियां दी विद्यालय की प्राचार्य शीलू पसारी ने बच्चों को बताया आज के दिन ऋतुराज बसंत का आगमन माना जाता है और बसंत ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा कहा जाता है। इस दिन सभी पीले रंग के वस्त्र धारण करते हैं। बसंत पंचमी पर पीले वस्त्र एवं पीले खाद्यान्नों का उपयोग करने के पीछे के वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अवगत कराया। बच्चों को बसंत पंचमी का पौराणिक एवं सांस्कृकि महत्व की जानकारी दी। बसंत पंचमी का त्योहार विद्या की देवी माँ सरस्वती की अराधना के रूप में की जाती है। यह भारतीय संस्कृति की एक अद्भुत पहचान है कि भारत में प्रत्येक ऋतु किसी न किसी त्योहार से संबंधित है। शिक्षिका वर्षा पसारी ने बसंत पंचमी पर्व की बधाई देकर इसका महत्व समझाया। कहा कि आज के दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा करनी चाहिए। इससे हमारी बुद्धि निर्मल रहती है और सकारात्मक सोच का विकास होता है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्कूल की छात्रा-छात्र मौजूद थे