योजना के अंतर्गत 18 पारंपरिक व्यवसाय शामिल किए गए हैं । इसके लिए 13000 करोड़ की बजट का प्रावधान है । पहले चरण में एक लाख रुपए तक का ,दूसरे चरण में 2 लाख़ रुपए तक का ऋण उपलब्ध हो सकेगा