किसान गन्ने की पत्ती को खेत में जला रहे हैं रोजाना करेली तहसील के खेतों में गन्ने की पत्तियों में आग लगाने का मंजर खामोशी से देखा जा रहा है फसल अवशेष जलाने से जहां पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ता है। वहीं, दूसरी ओर भूमि की उर्वरा शक्ति कमजोर होने के साथ भूमि के मित्र कीट भी नष्ट हो रहे हैं जिससे उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है जिले में इस बार 12 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि में गन्ने की फसल उगाई गई है। तमाम किसान गन्ने की पत्ती को भी खेत में जला देते हैं। विभाग की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि कोई गन्ना किसान फसल की पत्ती जलाता है तो उस पर प्रावधान के अनुसार जुर्माना तो लगाया ही जाएगा। बावजूद इसके नरसिंहपुर जिले मैं किसान गन्ने की पत्तियों में आग लगा रहे हैं वही शासन प्रशासन मुक दर्शक बना बैठा है