आमगांव बड़ा का शासकीय पशु उपकेंद्र शोभा की सुपारी बना हुआ है आलम यह है कि यह शासकीय पुश उपकेंद्र साल भर में 2 -10 दिन ही खुलता है आमगांव बड़ा शासकीय पशु उपकेंद्र से 15 से 20 गांव के पशुपालक जुड़े हुए हैं बावजूद इसके पशु उपकेंद्र को खोला नहीं जाता जिससे यहां के पशुपालक को बीमार पशुओं के इलाज एवं टीकाकरण के लिए यहां वहां भटकना पड़ता है स्थिति इतनी विकट है कि गांव में अगर पशु दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है तो बाहरी डॉक्टर से इलाज करना पड़ता है स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें पशु उपकेंद्र की सेवाओं का बिल्कुल लाभ नहीं मिल रहा है पशुपालकों ने जिला कलेक्टर सहित अधिकारियों से अति शीघ्र आमगांव बड़ा शासकीय पशु उप केंद्र खोलने की मांग की है