सरकार को सीईटी में संशोधन करने की कार्रवाई शुरू कर अगले सीईटी एग्जाम की तैयारी करनी चाहिए हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ एक साल बचा है। उससे पहले लोकसभा चुनाव होने हैं। यह एक साल सरकारी भर्तियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। मगर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ग्रुप सी के पदों पर भर्ती नहीं कर पा रहा है। इसके कई कारण हैं। जिनमें सीईटी स्कोर में परिवार पहचान पत्र के जुड़ने के कारण पारिवारिक आय 1.80 लाख रुपये तक के परिवारों को सामाजिक- आर्थिक मानदंड के अंक देने का मामला भी शामिल है। यह इस बार विवाद बनकर रह गया है। अब हरियाणा सरकार को सीईटी की खामियां दूर करनी चाहिएं। संशोधन के बाद सीईटी की नई अधिसूचना जारी कर इस साल का ग्रुप सी का सीईटी आयोजित करना चाहिए। सरकार ने घोषणा कर रखी है कि हर साल सीईटी होगा। मगर पिछले साल ग्रुप डी का सीईटी नहीं हुआ। इस साल ग्रुप सी का सीईटी होने की संभावना नहीं लग रही है। इसलिए सरकार सीईटी में संशोधन करते समय परिवार पहचान पत्र के साथ न जोड़े बल्कि पारिवारिक आय या परिवार में सरकारी नौकरी न होने का प्रमाण पत्र संबंधित उम्मीदवार को आवेदन के समय अपलोड करने के लिए कहे। ये प्रमाण पत्र भले ही पीपीपी के जरिए जारी हों मगर इन्हें संबंधित अथॉरिटी जारी करे। सीईटी से सिर्फ अंक लिए + जाएं। सामाजिक-आर्थिक मानदंड के अंक अलग से लिए जाएं और उन्हें भी पहले वेरिफाई किया जाए। पिछले सीईटी में जो चार-पांच गुना बुलाने की शर्त थी, उसे हटा दिया जाए। सभी सीईटी पास उम्मीदवारों को क्वालीफाई माना जाना चाहिए। सीईटी संशोधित कर ग्रुप सी का सीईटी लेने की तैयारी करनी चाहिए। HARYANA
इंग्लैंड बनाम न्यूज़ीलैंड वर्ल्ड कप मैच, न्यूज़ीलैंड ने 9 विकेट से जीत हासिल की। डेवोन कॉन्वे और रचिन रवींद्र के शतकों के सामने इंग्लिश गेंदबाज पस्त, न्यूजीलैंड ने 9 विकेट से हराया भारतीय मूल के रचिन रवींद्र ने रचा इतिहास, न्यूजीलैंड के लिए वर्ल्ड कप में जड़ा सबसे तेज शतक।
देश- विदेश की खबरें व राजनीतिक मुद्दों से जुड़ी न्यूज़।। कनाडा के चक्कर में भारत के साथ रसातल में जा सकते हैं रिश्ते... US राजदूत की बाइडन को चेतावनी दुनिया में हर जगह हिन्दू धर्म पर हमले, लड़ना जरूरीः फ्रांसीसी पत्रकार 'रिश्वतखोरी की छूट नहीं मिल सकती', MP-MLA को छूट वाले जजमेंट पर पुनर्विचार को लेकर SC ने फैसला सुरक्षित रखा रूसी हमले में यूक्रेन के एक गांव में 51 लोगों की मौत, दिल दहलाने वाली तस्वीरें आईं सामने दिल्ली शराब घोटाला: राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किए गए संजय सिंह, 5 दिन ED की कस्टडी में रहेंगे राजौरी में ग्रेनेड ब्लास्ट, एक अफसर घायल:पहले खबर आई थी- मेजर ने साथियों पर फायरिंग की पश्चिम बंगाल के गवर्नर को दिखाए गए काले झंडे:राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे थे, तृणमूल कार्यकर्ताओं ने किया विरोध 'चीनी आक्रामकता को ध्यान में रख बनानी होगी रणनीति', सीडीएस बोले- हमें रणनीतिक स्वायत्तता का खेलना होगा कार्ड कनाडा में अवैध हथियार रखने के आरोप में 8 पंजाबी युवक गिरफ्तार 'नए जमाने का रावण है राहुल गांधी', BJP ने पोस्टर जारी कर कहा - भारत को नष्ट करना इसका लक्ष्य 'AAP नेताओं के खिलाफ सभी मामले झूठे, एजेंसियां अपना समय कर रहीं बर्बाद', सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर बोले अरविंद केजरीवाल 'जांच जारी है, अब सरगना की बारी भी आएगी', अनुराग ठाकुर ने साधा केजरीवाल पर निशाना लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने भारत के खिलाफ उगला जहर, तिरंगे का किया अपमान महादेव सट्टेबाजी मामले में श्रद्धा कपूर को भी मिला ED का नोटिस, कपिल शर्मा समेत कई हस्तियों को मिला है नोटिस 'भारत को UNSC में मिले स्थायी सदस्यता', रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने किया जोरदार समर्थन।
नई दिल्ली ( नूह, मेवात हरियाणा ) मेवात में कम से कम एक यूनिवर्सिटी होनी चाहिए, शिक्षा को बढ़ावा मिलना चाहिए। बड़े दुःख से कहना पड़ रहा है की मेवात की शिक्षा को लेकर सरकार क्या कर रही है। लोग अपना नेता क्या देखकर चुनते है। मेवात में अभी तक कोई यूनिवर्सिटी नही है फिर यही लोग मेवात को पिछड़ा हुआ रीजन कहते हैं । साक्षरता दर कैसे बढ़ेगा बिना किसी एज्युकेशन संस्थान, ये बहुत गंभीर विषय है।। चर्चा होनी चाहिए: मेव मुसलमानों के प्रभुत्व वाले राजस्थान के मेवात क्षेत्र के 790 से अधिक गांवों में हजारों छोटे बच्चे ज्यादातर स्कूल छोड़ देते हैं और कभी भी अपनी शिक्षा के माध्यमिक स्तर तक नहीं पहुंच पाते हैं। क्षेत्र के पहले निजी विश्वविद्यालय के यहां खुलने से यह सब बदलने जा रहा है। राजस्थान के अलवर जिले के चावंडी कलां गांव में स्थापित होने वाले विश्वविद्यालय से क्षेत्र के मेव मुसलमानों के शैक्षिक मानकों में बदलाव आने की उम्मीद है। मेवात क्षेत्र में राजस्थान के भरतपुर और अलवर जिले शामिल हैं और यह पड़ोसी राज्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बड़े क्षेत्र में भी फैला हुआ है। यह विश्वविद्यालय तिजारा तहसील के टपुकारा गांव के रहने वाले वकील यूसुफ खान के दिमाग की उपज है। उन्हें मुस्लिमों में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में लाने में उनकी सराहनीय सेवा के लिए जाना जाता है। सरकार ने विश्वविद्यालय को चावंडी कलां गांव में 208 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है। “द मिसाइल मैन्स विज़न फाउंडेशन” के बैनर तले मुस्लिम और अन्य वंचित समुदायों की लड़कियों के बीच शिक्षा के लिए काम कर रहे यूसुफ खान का कहना है कि यह विश्वविद्यालय उच्च और तकनीकी शिक्षा प्रदान करेगा। विश्वविद्यालय का नाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिवंगत बरकतुल्लाह खान के नाम पर रखा जाएगा, जो जुलाई 1971 से अक्टूबर 1973 तक राजस्थान के पहले मुस्लिम मुख्यमंत्री थे। दो साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने के बाद उनकी मृत्यु हो गई। इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए एक निजी विधेयक राजस्थान विधानसभा के चल रहे बजट सत्र में पेश किये जाने की उम्मीद है. 34 वर्षीय युसूफ खान ने कोविड महामारी के कारण राष्ट्रीय लॉकडाउन की कठिन अवधि के दौरान लड़कियों को अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद करने में एक महान सेवा की है। उन्होंने एक परियोजना शुरू की जिसमें जयपुर पुलिस की मदद से लड़कियों को राजधानी शहर में दूरस्थ शिक्षा के लिए नामांकित किया गया। उन्होंने प्रस्तावित विश्वविद्यालय चलाने के लिए एक 17 सदस्यीय ट्रस्ट - मिसाइल मैन्स विज़न एजुकेशन ट्रस्ट - की स्थापना की है - एपीजे अब्दुल कलाम की याद में, जो एक अन्य राष्ट्रीय हस्ती थे, जो सभी धर्मों के लोगों के लिए एक प्रतीक बन गए। ट्रस्ट में प्रमुख शिक्षाविद और अन्य पेशेवर शामिल हैं। प्रस्तावित विश्वविद्यालय आधुनिक विषयों जैसे आपदा प्रबंधन, फार्मेसी, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, खेल, इंजीनियरिंग आदि में पाठ्यक्रम पेश करेगा। यूसुफ खान ने कहा कि उनके मूल स्थान की पिछड़ी स्थिति ने उन्हें एक पहल शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उन्हें उम्मीद है कि मई में यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी जायेगी. सूत्रों ने कहा कि राज्य में आगामी चुनावों के कारण विश्वविद्यालय की स्थापना की दिशा में तेजी लाई जा रही है। सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार ने असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम द्वारा समुदाय के बीच पैठ बनाने की कोशिश के मद्देनजर मेव मुसलमानों से बड़े वादे किए हैं। खान को बड़ी सफलता कोविड महामारी के दौरान मिली। लॉकडाउन के दौरान, उन्होंने जयपुर पुलिस के साथ मिलकर "शिक्षा सेतु" कार्यक्रम शुरू किया। 17 पुलिस स्टेशनों के सहयोग से, उन्होंने वॉल्ड सिटी में बड़ी संख्या में लड़कियों को, जिन्होंने स्कूल छोड़ दिया था, अपनी पढ़ाई फिर से शुरू करने में मदद की। इस परियोजना के तहत, उन्होंने छात्राओं को उनके घरों पर पढ़ाया और उन्हें राजस्थान राज्य ओपन स्कूल से दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित किया। पुलिस स्टेशनों ने उनकी फीस का भुगतान किया और लड़कियों को अध्ययन सामग्री प्रदान की। खान ने बताया कि इनमें से 750 से अधिक लड़कियाँ अपनी औपचारिक शिक्षा जारी रख रही थीं और परीक्षाओं में शामिल हुई थीं। यह योजना महिला अधिकारिता निदेशालय द्वारा अपने रु. के माध्यम से संचालित की जाती है। 2019-20 में 1,000 करोड़ रुपये की इंदिरा महिला शक्ति निधि की स्थापना की गई। मुस्लिम बहुल इलाकों की लड़कियाँ, जिन्होंने घरेलू काम करने या छोटे भाई-बहनों की देखभाल के लिए स्कूल छोड़ दिया था, उन्हें इस पहल से मुख्य रूप से लाभ हुआ है। उन्होंने वर्तमान शैक्षणिक सत्र के दौरान मेवात क्षेत्र में भी क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से लगभग 10,000 ड्रॉपआउट लड़कियों को ओपन स्कूल में दाखिला दिलाकर योजना का लाभ पहुंचाने में मदद की है। इसके अलावा, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में स्थापित मिसाइल मैन विज़न फाउंडेशन ने प्रमुख "उड़ान" योजना के तहत किशोर लड़कियों को सैनिटरी पैड के वितरण के लिए 132 गांवों को कवर किया है। खान, जो छह साल से राजस्थान उच्च न्यायालय में वकील के रूप में अभ्यास कर रहे हैं, ने कहा कि शैक्षिक हस्तक्षेप से मेव मुस्लिम समुदाय की किशोर लड़कियों और लड़कों दोनों के सशक्तिकरण के एक नए युग की शुरुआत होगी। विश्वविद्यालय की स्थापना बच्चों को अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने और उच्च शिक्षा संस्थान में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगी, इसके अलावा राज्य सरकार के शिक्षा विभाग को क्षेत्र में खराब सुविधाओं वाले प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में सुधार करने के लिए प्रेरित करेगी।
भगवा रंग में रंगी टीम इंडिया, World Cup से पहले अचानक बदल गई भारत की जर्सी।
मेवात में बढ़ी सेक्सटार्शन और ऑनलाइन ठगी की वारदातें, गांव में बैठकर देशभर में देते हैं वारदातों को अंजाम राजस्थान के मेवात क्षेत्र में अब सेक्सटार्शन और ऑनलाइन ठगी की वारदात बढ़ने लगी है। प्रदेश में भरतपुर व अलवर जिलों के मेवात इलाके में लगभग प्रत्येक घर के पुरूष सदस्य सेक्सटार्शन और आनलाइन जैसी अवैध गतिविधियों में शामिल है। जयपुर, राज्य ब्यूरो। वाहन चोरी के लिए देशभर में कुख्यात रहे राजस्थान के मेवात क्षेत्र में अब सेक्सटार्शन (वेकबैम, मोबाइल पर वीडियो काल के जरिए किसी की अश्लील गतिविधियों एवं निर्वस्त्र करना) और आनलाइन ठगी की वारदात बढ़ने लगी है। प्रदेश में भरतपुर व अलवर जिलों के मेवात इलाके में लगभग प्रत्येक घर के पुरूष सदस्य सेक्सटार्शन और आनलाइन जैसी अवैध गतिविधियों में शामिल है। ऐसे मामलों में पुलिस ने जनवरी से लेकर अब तक 750 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं नौ महीनों में 70 हजार मोबाइल फोन और 59 हजार सिम कार्ड बरामद की है। ये सभी सिमकार्ड पश्चिम बंगाल,असम,उड़ीसा,बिहार,कर्नाटक और मिजरोरम से खरीदे गई हैं। सिम कार्ड उन्ही राज्यों लोगों के दस्तावेजों के आधार पर खरीदे गए हैं। दोनों जिलों में करीब 65 हजार मोबाइल कनेक्शन बंद किए गए हैं। भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि दूर संचार विभाग को पत्र लिखकर पांच राज्यों के मोबाइल की मेवात इलाके में रोमिंग बंद करने के लिए कहा है । साथ ही इन राज्यों में फर्जी दस्तावेजों से सिम खरीदने पर भी लगाम लगाई जाए । इन राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक पकड़े गए अधिकांश बदमाशों के पास इन पांच राज्यों के सिमकार्ड बरामद हुए हैं। मेवात इलाके के 130 मोबाइल टावरों से जुड़े फोन कनेक्शनों पर अब पहले से अधिक नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि मेवात के आठ पुलिस थाना क्षेत्रों में चार-चार विशेष टीम गठित की गई हैं, जो सेक्सटार्शन और आनलाइन ठगी की वारदात रोकने का काम करेगी। निरंतर अभियान चलाकर बदमाशों को पकड़ा जाएगा। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इन लोगों की मोबाइल कंपनियों के कर्मचारियों से तो मिलीभगत नहीं है। सेक्सटार्शन और आनलाइन के माध्यम से ठगी करने वाले अधिकांश लोग अनपढ़ हैं। आनलाइन ठगी पर जोर अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि दो तरह की ठगी की घटनाएं ज्यादा हो रही है। एक ठगी सेस्क्सटार्शन के नाम पर हो रही है। इसमें लड़की की फोटो की मदद से इंटरनेट मीडिया पर फर्जी अकांउट बनाया जाता है। उसके बाद उस अकाउंट से लोगों से बातचीत प्रारंभ होती है। वीडियो कालिंग भी होती है। उसके बाद रिकार्डिंग इंटरनेट मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर पैसा वसूलते हैं। दूसरी ठगी आनलाइन गेमिंग शो एवं फ्री पास उपलब्ध करवाने एवं खरीददारी में छूट देने के नाम पर होती है। अलवर पुलिस ने आनलाइन ठगी करने वाले 193 लोगों को गिरफ्तार किया है। बुर्जुग खेती और युवक ठगी करते हैं भरतपुर जिले के जूरहरा, कांमा, डीग एवं नगर तहसीलों के करीब चार सौ गांवों में मेव समाज के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। इन गांवों में बुजुर्ग और महिलाएं तो खेती करते हैं। वहीं जवान सेक्सटार्शन एवं आन लाइन ठगी की वारदात में में जुटे हैं। युवक गांवों में पेड़ों के नीचे और कच्चे घरों में बैठकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर पैसे एंठने के काम में जुटे रहते हैं। लगभग सभी युवकों के पास दो से तीन सिम कार्ड है । इनमें से एक भी उनके स्वयं के नाम से नहीं है। पुलिस के अनुसार ये युवक पहले तो इंटरनेट मीडिया पर लोगों से दोस्ती करते हैं और फिर उन्हे निर्वस्त्र होकर वीडियो काल करने के लिए तैयार करते हैं। ये स्वंय महिला की आवाज में बात करते हैं और सामने वाले व्यक्ति का वीडियो काल के दौरान वीडियो बन लेते हैं। खुद का चेहरा सामने वाले व्यक्ति को नहीं दिखाते हैं। इसके बाद उस व्यक्ति को वीडियो भेजकर पैसों की मांग करते हैं, नहीं देने पर वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते हैं। पुलिस के अनुसार कई राज्यों की पुलिस स्थानीय पुलिस के सहयोग से मेवात इलाकों में दबीश दे चुकी है। आनलाइन ठगी की वारदात में ठग खुद को किसी बैंक, वित्तीय, मोबाइल अथवा बीमा कंपनी का प्रतिनिधि बनकर लोगों को फोन करते हैं। बातचीत में लोगों से उनके बैंक के खाता नंबर अथवा एटीएम के पिन नंबर पूछते हैं और फिर आनलाइन पैसे निकाल लेते हैं।
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
नूंह में भाजपा के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन
Transcript Unavailable.