ग्लोबल वार्मिंग का एक और प्रभाव झारखंड में देखने को मिल रहा है। मार्च-अप्रैल में पड़ी भीषण गर्मी की वजह से झारखंड के घाटशिला के लोग एक ऐसी मक्खियों का सामना करने को मजबूर हैं कि उससे बचने के लिए उन्होंने पूरी रात ही नहीं बल्कि दिन भर मच्छरदानी का सहारा लेना पड़ रहा है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

मोका चक्रवात 13 मई को बंगाल की खाड़ी से टकरा चुका है। मौसम विज्ञानियों और जलवायु वैज्ञानिकों ने कहा कि यह साल 1982 के बाद मई के महीने में बंगाल की खाड़ी से टकराने वाला सबसे तेज गति का चक्रवात है। इसकी तीव्रता 260 किमी प्रति घंटे थी, जिसकी वजह से बांग्लादेश और म्यांमार के तटों पर भारी नुकसान हुआ। इससे पहले साल 1997 में बंगाल की खाड़ी से एक चक्रवात 212 किलोमीटर की रफ्तार से टकराया था। वहीं साल 2020 में अम्फान चक्रवात 265 किलोमीटर की रफ्तार से बंगाल की खाड़ी से टकराया था। इस चक्रवात में कम से कम तीन लोगों के मारे जाने की सूचना मिली थी, क्योंकि चक्रवात ने बांग्लादेश में दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर को पार करने के लिए तैयार किए गए रास्ते पर लैंडफॉल बना दिया था, जो लगभग एक लाख रोहिंग्याओं का घर था, जो सालों पहले पड़ोसी म्यांमार से भाग गए थे। व्यापक विनाश की आशंका पर सुरक्षा की टीमों ने बांग्लादेश और म्यांमार से सैकड़ों हजारों लोगों को सुरक्षित निकाला। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के जलवायु वैज्ञानिक रॉक्सी मैथ्यू कोल ने कहा कि वर्ष 2008 में चक्रवात नरगिस की तीव्रता 215 किमी प्रति घंटे की थी। यह म्यांमार से टकराने वाली सबसे खराब मौसम संबंधी आपदा थी। चक्रवात मोका ने अब वैश्विक एजेंसियों के अनुसार 260 किमी प्रति घंटे की अधिकतम हवा की गति प्राप्त कर ली है, जो सुपर साइक्लोन श्रेणी के अंतर्गत आता है।

भारत में औसतन हर घंटे 345 नवजातों का जन्म समय से पहले हो जाता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी नई रिपोर्ट बर्न टू सून: डिकेड ऑफ एक्शन ऑन प्रीटर्म बर्थ में सामने आई है।इस रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ,विश्व स्वास्थ्य संगठन और मातृत्व, नवजात शिशु और बाल स्वास्थ्य के लिए साझेदारी सहित विभिन्न संगठनों ने मिलकर तैयार किया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है कि सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं. रिजल्ट सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइटों cbseresults.nic.in, cbse.digitallocker.gov.in और cbse.gov.in पर देखा जा सकता है. जानकारी के अनुसार इस साल 10 वीं कक्षा में कुल 93.12% स्टूडेंट उत्तर्णी हुए हैं. जबकि 12वीं कक्षा में 87.33 प्रतिशत स्टूडेंट उत्तर्णी हुए हैं. छात्राओं का पास प्रतिशत 90.68 रहा है, जबकि छात्रों का पास प्रतिशत 84.67 रहा है. सभी छात्र छात्राओं को शिक्षामंत्री धर्मेन्‍द्र प्रधान ने शुभकामनाएं दी हैं.आपको बता दें कि सीबीएसई की ओर से आधिकारिक तौर पर टॉपर्स की सूची जारी नहीं की जाती है और न ही कोई मेरिट लिस्ट जारी होती है. सीबीएसई ने इस संबंध में कारण बताते हुए अपनी रिजल्ट अधिसूचना में कहा कि छात्रों के बीच अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा से बचने के लिए बोर्ड के पहले के निर्णय के अनुसार, कोई मेरिट सूची घोषित नहीं की जाएगी.

केरल उच्च न्यायालय ने अपने दिए गए आदेश में कहा है कि यह प्रभारी, विशेष रूप से पुलिस और सुरक्षा कर्मियों का कर्तव्य है कि वे डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करें। लम्बे समय से केरल सरकार वादा करती रही है कि वो केरल हेल्थकेयर सर्विस पर्सन एंड हेल्थ केयर सर्विस इंस्टीट्यूशंस में संशोधन पर विचार करेगी।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

परीक्षा दे चुके करीब 38 लाख छात्र-छात्राएं बेसब्री से नतीजों के जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर रिजल्ट संबंधी फेक न्यूज प्रसारित की जा रही है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

वयस्कों की तरह छोटे बच्चों के फेफड़ों पर भी कोरोना वायरस का गंभीर असर पड़ रहा है। देश में पहली बार दिल्ली के डॉक्टरों ने एक चिकित्सा अध्ययन में यह दावा किया है कि तीन में से एक कोरोना संक्रमित बच्चे के फेफड़े सामान्य नहीं मिल रहे हैं। कोविड से उभरने के बाद इन बच्चों के फेफड़ों की प्रक्रिया प्रभावित हुई है।मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और दिल्ली के सबसे बड़े कोविड केंद्र लोकनायक अस्पताल के डॉक्टरों ने मिलकर यह अध्ययन किया है, जिसे मेडिकल जर्नल मेडरेक्सिव में प्रकाशित किया गया है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

नमस्कार आदाब श्रोताओं, मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार। यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो इसरो के द्वारा टेक्नीशियन और ड्राफ्ट्समैन मेकेनिकल के पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से मैट्रिक और आईटीआई पास किया हो। इन पदों के लिए कुल 48 रिक्तियां निकली गयी है। इसके साथ ही उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 35 वर्ष तक होनी चाहिए। आवेदन शुल्क सभी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 500 रुपए रखा गया है। इन पदों पर वेतनमान नियम अनुसार दिया जाएगा। इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://www.vssc.gov.in/advt324.html. आवेदन कर्ता का चयन लिखित परीक्षा,  स्किल टेस्ट में प्रदर्शन के अनुसार किया जाएगा। याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 18-05-2023. है। तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं।

सशस्त्र बल बीते छह महीने के दौरान स्वदेशी उन्नत हेलीकॉप्टर ‘ध्रुव’ की चौथी बड़ी दुर्घटना से जूझ रहे हैं. इस बीच बीते सोमवार को एक और मिग-21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसने देश के सैन्य उड्डयन क्षेत्र में अत्यधिक दुर्घटना दर से संबंधित चिंताओं को बढ़ा दिया है.राजस्थान में सूरतगढ़ के पास सोमवार करीब 09:45 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

मौसम विभाग के मुताबिक, निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। वहीं पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है।मौसम विभाग ने कहा कि, अगले पांच दिनों के दौरान केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से भारी बारिश होने के आसार हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।