साल 2023 में मार्च-अप्रैल से ही लू का कहर पड़ना शुरू हो गया। इन दो महीनों में ही 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में लू की घटनाएं दर्ज की गई। आशंका है कि लू का कहर आने वाले समय में कहीं ज्यादा भीषण रूप ले सकती हैं, क्योंकि मई के दौरान देश में गर्मियां अपने चरम की ओर बढ़ती हैं। वहीं जून से मानसून की शुरुआत होती है। विशेषज्ञ इसके पीछे भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में बन रहे अल नीनो को जिम्मेवार मान रहे हैं। ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।