जो लोग सपने देखते हैं वहीं तो इन्हें पूरा करने के लिए प्रयास भी करते हैं। अगर हम अपनी कल्पनाओं को उड़ान नहीं देंगे तो हमारे सपने कभी साकार नहीं हो सकते हैं

दोस्तों, ये कहानी है महारष्ट्र में जन्मी छाया बेन की। छाया बेन शादी के बाद अपने पति हेमकांत के साथ गुजरात चली गयी जहाँ हेमकांत के व्यापार को बचाने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया । एक ऐसा जीवन जहां वो न केवल अपने और अपने पति के लिए नाम कमा पाएं बल्कि स्वरोजगार की दुनिया में बेहतर जगह बनाने में भी कामयाब हो सके। लेकिन आखिर कैसे ? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें