इस ऑडियो में बताया गया है कि प्रसवपूर्व महिला की 4 जांच होती है इस ऑडियो में पहली ए.एन.सी के बारे में बताया गया है, पहली ए.एन.सी के लिए आई महिला को ये तो अंदेशा होता है पर निश्चित तौर पर ये पता नही होता कि वो गर्भवती है या नही, उसके मन में कई सवाल होते हैं, गर्भधारण निश्चित हो जाने के बाद ए.एन.एम. को चाहिए कि वो उस महिला के सभी छोटे-बड़े सवालों का सही जवाब दे, पहली ए.एन.सी को सफल बनाने के लिए एम.सी.पी. कार्ड ए.ए.एम. का सबसे भरोसेमंद साथी है इसमें गर्भवती महिला की सारी स्वास्थ्य से जुड़ी जांच लिखी होगी, गर्भवती महिला को प्रसव हो जाने के बाद से बच्चे के 2 साल का हो जाने तक जो महत्वपूर्ण बातें है वो बताई जाती है, पहली तिमाही में गर्भवती को आग के पास काम करने से बचना है पौष्टिक आहार खाना शुरू करना है, ए. एन.एम गर्भवती के परिवार को ये भी बतायेई कि लिंग जांच करवाना कानूनी अपराध है, ए.एन.एम महिला को सभी जांचो के बारे में बताये कि कब कब होनी है जैसे कि गर्भावस्था की पहली जांच गर्भावस्था के पहले 12 सप्ताह में, दूसरी 14 से 26 सप्ताह के बीच, तीसरी 28 से 34 सप्ताह के बीच और चौथी जांच 36 सप्ताह और बच्चे के जन्म के बीच होनी है , ये भी बताया जाना चाहिए कि गर्भवती महिला को अपनी दूसरी और तीसरी तिमाही में कम से कम एक बार डॉक्टर से प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जांच जरुर करवानी चाहिए, जो हर महीने की 9 तारीख को होती है, इसके अलावा आशा ए.एनएम का नंबर और किस अस्पताल में प्रसव करवाना है ये भी पहले से सोच कर रखना चहिये