एक अध्ययन के अनुसार, भारत में हवा की खराब गुणवत्ता दो साल से कम उम्र के शिशुओं में ज्ञान-संबंधी समस्या पैदा कर सकती है। शोधकर्ताओं ने कहा, बच्चों में लंबे समय तक मस्तिष्क के विकास पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव का असर पूरे जीवन भर रह सकते हैं।ब्रिटेन के ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय के प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर जॉन स्पेंसर के अध्ययनों से पता चला है कि हवा की खराब गुणवत्ता बच्चों में ज्ञान-संबंधी कमी के साथ-साथ भावनात्मक और व्यवहार संबंधी समस्याओं से जुड़ी है, जिसका आगे चलकर परिवारों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।