मध्य प्रदेश राज्य के अनुपपुर से अरुण ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको 'भावनाओं का भंवर' कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है।जो इंसान दर्द को समझे उसकी के सामने रोना चाहिए।जो व्यक्ति दर्द को ना समझे उसके सामने नहीं रोना चाहिए।तकलीफ में ही इंसान रोता है।