उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से अरविंद श्रीवास्तव उत्तप्रदेश मोबाइल वाणी के माध्यम से आरम्भिक बाल विकास पर ध्यान देने के बारे में जानकारी देते हुए यह कहते हैं कि जीवन से पहले दो वर्ष आरंभिक बाल विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बच्चे जो कुछ भी सीखते हैं वह जीवन के इन्ही शुरुआती वर्षों में ही सीखते हैं, जैसे बच्चे बड़े होते हैं बातचीत करना चलना दौड़ना और सोचना और समस्याओं को हल करना सीखते हैं। उन्होंने बताया कि यह बदलाव बच्चे के विकास को दर्शाता है लड़की और लड़का दोनों को सामान वृद्धि एवं विकास के लिए परिवार से एक जैसे कि ध्यान और देखभाल की आवश्यकता होती है। बचपन में आरंभिक अवध में उचित वृद्धि और मस्तिष्क के विकास का माता-पिता देखभाल कर्ताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए निम्नलिखित सहायक वातावरण से निकटतम संबंध होती है। बच्चे के साथ खेलना संवाद करना बातचीत करना और मुस्कुराना।