मैं राजस्थान के भरतपुर जिले से सुरक्षा सखी बोल रही हूं, हमारे गांव में एक स्कूल है प्राइमरी स्कूल, जिसमें 115 बच्चे अध्ययन करते हैं, वहां पर हमने देखा है कई बार हमारे गांव में जो बच्चे हैं वह स्टडी नहीं कर पाते हैं क्योंकि वहां पर पानी की और टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है, टॉयलेट भी टूटी-फूटी पड़ी है, वहां पर एक बूंद पानी का नहीं आता है हमने इस मुद्दे को लेकर कई बार हमारी जो मीटिंग होती है उसमें भी हमने इस मुद्दे को कई बार रखा है वहां पर भी, और सर से बोला है और हमने अपने गांव में भी कई बार चौपाल रखी है, जिसमे हमने थाने की थाना अधिकारी महोदय को बुलाया है और मतलब गांव के समुदाय को बिठाकर हमने इस बात को लेकर मीटिंग की है, और सरपंच को बुलाया लेकिन ऐसे मुद्दे को लेकर अभी कोई कार्यवाही नहीं हुई है हम चाहते हैं कि हमारे जो बच्चे हैं वह अच्छे से रहें सुरक्षित रहें जिससे वह किसी भी बीमारी का शिकार ना हो क्योंकि जहाँ पानी नहीं है वहां टॉयलेट में, बच्चे जहाँ टॉयलेट करते हैं वहां पर कोई पानी की सुविधा नहीं है तो वहां पर आगे कोई भी और लड़कियां भी पढ़ती हैं इसलिए बच्चों की सुरक्षा को लेकर इस मुद्दे पर कार्रवाई की जाए.