बगवन्ती लड़कियों की सुरक्षा के बारे में बोल रहे है | उनका यह कहना है कि लड़कियां जब भी घर से निकलती है, रस्ते पर कही न कही कोई न कोई लड़का या कदको का झुण्ड उनसे बत्तमीज़ी करते है | यह सारी बात लड़किया अपनी माँ बाप को बोल नहीं पाते है और उनको सुरक्षित भी महसूस नहीं होता | वह बोल रहे है की हमें लड़कियों को उत्साह दिलाना चाइये ताकि वह अपनी सुरक्षा को लेकर बातें अपनी माँ बाप को बता पाएं और अपने ज़हन में लेकर न घूमे हमेशा |