पहचान छुपके कॉलर अपने साथ हुए घरेलु हिंसा की रिपोर्टिंग कर रहे है | वह उदयपुर से बोल रहे है और उनके ससुराल वाले ने उनको घर से निकाल दिया था जब उनकी बेटी 16 महीने की थी और अब वह 3 साल की हो गई है | उनके पति ने तब से लेकर अभी तक अपने बेटी की शकल नहीं देखा है | उन्होंने कोर्ट पर केस किया हुआ है पर अभी तक कोई सुरहा नहीं मिला है और उनको कोई मदद नहीं मिल रहा है | वह चाहते है की उनको उनकी ससुराल में सुरक्षित पहुँचाया जाये | उनके ससुराल वाले नहीं मानते है की उनके छोटे बेटे (कॉलर के पति) का शादी हुआ है, कॉलर के जेठ और जेठानी उनको घर वापस आने नहीं देते है | वह लोग मकान के बारे में भी बोलते है पर मकान का कोई कागज़ाद नहीं है | कॉलर अपनी 3.5 साल की बेटी का अकेला वहन कर रहे है और मदद मांग रहे है क्यूंकि उनके पति उनका कोई मदद नहीं कर रहे, वह उदयपुर में ही रहते है पर कोई खबर नहीं लेते है, और कॉलर के फ़ोन नंबर भी ब्लॉक कर रखा है | कॉलर की बेटी अब अपने पिता के बारे में पुछते है पर वह कोई जवाब नहीं दे पाते | कॉलर अपनी बेटी के खातिर अपनी ससुराल वापस जाना चाहती है |