वर्त्तमान में जो समस्या है, उसको लेकर सुरक्षा सखी की बहुत जरुरत है, चारो तरफ का जो माहौल है वह असुरक्षित है, कही पर भी महिला, बच्चियाँ सुरक्षित नहीं है, आज सुरक्षा के उपायों की जरुरत है, लोग कहते है जो लोग पढ़े लिखे नहीं है उनमें क्राइम ज्यादा होता है जबकि ऐसा नहीं है, जहाँ पर जितना अधिक पढ़े लिखे लोगो होते है, वहां पर उतना ही माहौल ख़राब रहता है. फर्क इतना ही होता है की उनके खिलाफ शिकायत करेंगे तो पुलिस कभी कार्यवाही नहीं करेंगी, कोई भी उनके खिलाफ नहीं जाता है, जैसे नेता मंत्री आदि. इनके द्वारा भी आते जाते रस्ते में जब आँख मारना टच करना यह सब की कोशिश किया जाता है तो उनके खिलाफ हम लोग क्या करे, या कर सकते है। तो जहाँ तक बात आती है की सार्वजनिक स्थानों की असुरक्षा की तो सबसे ज्यादा लोग पढ़े लिखे होते हैं, हम लोग क्या करेंगे हमें खुद को पता नहीं होता है.सुरक्षा सखी स्कूलों में भी बच्चियों को गुड टच और बाद टच के बारे में बताये।