सुरक्षा सखी सहनाज है, जो बता रही है की आज सुरक्षा सखी की मीटिंग हुई, जिसमे उन्हें यौन उत्पीड़न के बारे में पूरी जानकारी मिली जो की उन्हें पहले नहीं पता था, जैसे कि इशारा करना, सिटी बजाना, कमेंट करना, आदि जानकारी मिली, इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहती है, यह सब घटनाये होती है तो लड़कियां अंदर अंदर घुटने लगती है, घर पर बता नहीं सकती है और कुछ तो लड़कियां आत्महत्या करने तक आ जाती है.