सुरक्षा सखि जब ट्रेनिंग करवाने के लिए लष्मणगढ़ गई थी, वह से उनको खबर मिला की किसु औरत पर घरेलू हिंसा हो रही है | विक्टिम के पति रोज़ दारू पी कर घर वापस आती है और बीवी के मरते है, साथ ही साथ बच्चों को इन हालातों से नुक्सान पहुँच रही है | सुरक्षा सखि ने पहले बच्चे से बाटी करि, फिर मोहल्ले वालों से | फिर मोहल्ले वालों की मदद ले कर सुरक्षा सखि ने विक्टिम के पति के साथ बात करी | बोहोत समझने के बात, हालातों पे बदलाव आया है और अब वह परिवार बेहतर है |