दीपा कुमारी, फुलवारी थाना से, अपनी कहानी शेयर कर रही है. उनके पिता गुज़र जाने के बाद, घर पर पैसो के इंतज़ाम के लिए, उनकी पढाई करने की सपना पूरी नहीं हो पाई, उन्हें अपना माता के साथ मजदूरी का काम शुरू करना पढ़ा