उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से बबिता मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहती है कि महीने में दो बार माहवारी आने पर क्या करना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से नेहा ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहती है कि आयरन की गोली किस तरह से खाना चाहिए ?कितने दिन के अंतराल में यह गोली खानी चाहिए ?

उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से काजल मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि माहवारी आने पर मेरे घर के लोग पूजा नहीं करने देते हैं और नहाने के लिए भी मना करते हैं आचार भी नहीं छूने देते हैं बोलते हैं कि खराब हो जाएगा इसलिए मैं परेशान हो जाती हूं। इसके लिए वह मोबाइल वाणी से सहायता चाहती है

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से मन्नू ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहती है कि आयरन की गोली किस तरह से खाना चाहिए ?कितने दिन के अंतराल में यह गोली खानी चाहिए ?

उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से स्नेहा मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहती है कि आयरन की गोली कैसे लेनी चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से शांति ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहती है कि आयरन की गोली किस तरह से खाना चाहिए ?कितने दिन के अंतराल में यह गोली खानी चाहिए ?

उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से अन्नू मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि माहवारी के समय कपडा उपयोग करने से खुजली और जलन की समस्या होती है और उनके पास पेड खरीदने के लिए पैसे नहीं है। इसके लिए वह मोबाइल वाणी से मदद चाहती है।

उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से अखिलेश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि जैविक खेती कृषि कि वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरक एवं कीटनाशक के न्यूनतम का प्रयोग पर आधारित है तथा जो भूमि उर्वरा शक्ति को बनाए रखने में सहायक होती है। जैविक खेती का प्रयोग करने से भूमि की उर्वरता शक्ति बढ़ती है इससे फसल भी अच्छी होती है और मृदा भी अच्छी बनी रहती है

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अखिलेश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की सरकार ने खेती के लिए किसानों के लिए कई योजनाएँ लागू कि है। जैसे किसान क्रेडिट कार्ड योजना ,किसान बीमा योजना,सोलर पैनल समरसेबल योजना आदि

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अखिलेश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है कि बदलते मौसम में खेती को बेहतर बनाने के लिए रासायनिक खाद को त्याग कर घेरलू खाद का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे गोबर खाद, केंचुआ खाद,खरपतवार को सड़ाकर बनाया गया खाद आदि। इससे मृदा सुरक्षित और संरक्षित रहती है और फसल अच्छी होती है।