उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से सुचिता मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, सरकार ने खेती से जुडी किसानों के लिए कई योजनाएँ लागू किया है। जैसे किसान सम्मान निधि योजना इस योजना के तहत सालाना 6 हज़ार रूपए किसानो को मिलता है
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से सुचिता कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, बेहतर खेती के लिए खेतो की जुताई ढलान के विपरीत दिशा में करनी चाहिए। इससे बहाव रोकने में मदद मिलती है और खेतो को पानी सोखने के लिए अच्छा समय मिलता है
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से सुचिता कुमारी ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहती है कि आयरन की गोली किस तरह से खाना चाहिए ?कितने दिन के अंतराल में यह गोली खानी चाहिए ?
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से सावित्री मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, जैविक खेती करने से वातावरण शुद्ध रहता है और लोगो को पौष्टिक आहार मिलता है। इसके लिए हमे जैविक विधि को अपनाना होगा
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से सावित्री मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, अधिक बारिश होने के वजह से किसान के फसल को नुक्सान होता है, ऐसी स्थिति में किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पाते है और किसान क़र्ज़ में डूब जाते है। इसलिए सरकार के द्वारा प्रधानमंत्री फसल बिमा योजना चलाया गया है
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से सावत्री मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, ज्यादा और कम बारिश होने की वजह से फसल ख़राब होती है और किसानो को समस्या होती है इसलिए वैसे फसलों की खेती करनी चाहिए जो कम पानी में होती है इससे भूमि भी बंजर नही रहेगी।
उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर ज़िला से सावित्री ,गाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से कहती है कि आयरन की गोली कैसे खानी चाहिए ?और कितने दिनों का अंतराल रखना चाहिए ?
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से गायत्री ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से कहती है कि माहवारी के दौरान वो कपड़ा का इस्तेमाल करती है। जिससे उन्हें खुजली की समस्या होने लगती है। उनके पास पैड खरीदने के पैसे नहीं है। इन्हे सहायता चाहिए।
उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से मुन्नी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि साग सब्जी और गन्ने की खेती करनी चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से दानिश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि खेतों में गोबर खाद का प्रयोग करना चाहिए और खेतों में ज्यादा खाद नहीं डालना चाहिए।