उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से अर्चना मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि मौसम परिवर्तन से बच्चे बहुत बीमार हो रहे है और इससे उनकी शिक्षा पर असर पड़ रहा हैक्यों कि बच्चे स्कूल नहीं जा पाते है। इस तरह के परिवर्तन का हमारे निजी जीवन पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश राज्य के जिला गाज़ीपुर से अंकुश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि मौसम परिवर्तन से बच्चे बहुत बीमार हो रहे है जिससे उनकी पढाई पर असर हो रहा है। मौसम परिवर्तन का हमारी ज़िंदगी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
अगर अभी तक आप कोरोना टीका लेने से घबरा रहे हैं तो देर मत कीजिए.... जल्दी से किसी डाॅक्टर, आशा कार्यकर्ता या फिर स्वास्थ्य कर्मचारी की सलाह लें... ना कि सोशल मीडिया या फिर इधर-उधर से सुनी सुनाई बातों पर विश्वास करें. साथ ही हमें बताएं कि आप कैसे कोरोना टीके से जुडे मिथकों को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं? क्या इस काम में आपको प्रशासन की ओर से कोई मदद मिल रही है? और अगर आप कोरोना का टीका लगवा चुके हैं तो अपना अनुभव हमारे साथ साझा करें. अपनी बात रिकाॅर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
दोस्तों, हम पुरानी परम्परा रही है कि किसी भी नवजात शिशु को 6 दिन तक किसी अन्य व्यक्ति के हाथ में नहीं दिया जाता. ताकि गंदे हाथों की वजह से उसे संक्रमण न हो जाए. साथ ही लोगों को हिदायत दी जाती है कि बच्चे को गोद में लेने से पहले हाथ जरुर साबुन से साफ करें. पर कई बार देखा जाता है कि लोग इस नसीहत को गंभीरता से नहीं लेते. कोरोना के दौरान भी तो यही हुआ...! घर की महिलाओं और नवजात शिशुओं की मांओं के लिए हाथ धोना क्यों जरूरी है, इस बारे में आज राजू और पंकज के साथ साथ आप भी जान लें...!
Transcript Unavailable.
उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर ज़िला से अंजू ,गाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से कहती है कि असेंचंदपुरी ग्राम में आशा द्वारा गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीका के बारे में जानकारी नहीं दी जाती थी। जब से गाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी चलाया गया ,तब से आशा द्वारा गर्भवती महिलाओं और बच्चों को टीका के बारे में जानकारी दी जा रही है।
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अंजू ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से बताती है कि दिल्याही ग्राम में पहले वीएचएनडी पर गर्भवती महिलाओ का जाँच नहीं किया जाता था। पर जब से ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी चलाया गया ,तब से दिल्याही ग्राम में वीएचएनडी पर गर्भवती महिलाओ का जाँच किया जा रहा है। किशोरियों को बुलाकर आयरन की गोली और टीटी का टीका दिया जा रहा है
दोस्तों , अगर आप लोग चाहते हैं कि परिवार में सभी मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहें तो अपनी सोच सकारात्मक रखो. भरपूर नींद लोग और योग, ध्यान जैसी गतिविधियां करनी शुरू करो. और एक बात का ध्यान रखना... शराब, तम्बाखू या किसी भी प्रकार के नशे से खुद को और परिवार को दूर रखना. ये चीजें शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती हैं. साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर करेंगी. जिससे कोविड के प्रति लड़ना मुश्किल हो जाएगा. ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें .
एक जरूरी बात. बच्चों के सामने कोविड संक्रमण या फिर किसी भी प्रकार की नकारात्मक बातें ना करें. संक्रमण के प्रति उनके मन में डर ना बिठाएं, बल्कि उन्हें प्यार से समझाएं कि कोविड संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है और ये क्यों जरूरी है. जितना हो सके, घर का माहौल सकारात्मक रखें और खुद को भी शांत रखें. इससे ना केवल बच्चे मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहेंगे बल्कि आप भी खुश रहेंगे.. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें !
दोस्तों, 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को कोरोना का टिका लगना शुरू हो गया है। लेकिन क्या हमारे आसपास के लोग इसके बारे में जागरूक है। सुनने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें