दोस्तों , अगर आप लोग चाहते हैं कि परिवार में सभी मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहें तो अपनी सोच सकारात्मक रखो. भरपूर नींद लोग और योग, ध्यान जैसी गतिविधियां करनी शुरू करो. और एक बात का ध्यान रखना... शराब, तम्बाखू या किसी भी प्रकार के नशे से खुद को और परिवार को दूर रखना. ये चीजें शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करती हैं. साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर करेंगी. जिससे कोविड के प्रति लड़ना मुश्किल हो जाएगा. ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें .
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एक जरूरी बात. बच्चों के सामने कोविड संक्रमण या फिर किसी भी प्रकार की नकारात्मक बातें ना करें. संक्रमण के प्रति उनके मन में डर ना बिठाएं, बल्कि उन्हें प्यार से समझाएं कि कोविड संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है और ये क्यों जरूरी है. जितना हो सके, घर का माहौल सकारात्मक रखें और खुद को भी शांत रखें. इससे ना केवल बच्चे मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहेंगे बल्कि आप भी खुश रहेंगे.. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें !
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उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अंजू ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से बताती है कि कुशी ग्राम में पहले आशा दीदियों द्वारा किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर जानकारी नहीं दिया जाता था। पर जब से ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी चलाया गया ,तब से आशा दीदियों द्वारा किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर जानकारी दिया जा रहा है।
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अंजू ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से बताती है कि दिलदार नगर में महिलाएँ तीज त्यौहार को लेकर उत्साहित है।
उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर ज़िला से अंजू ,गाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से कहती है कि बरहीचाढ़ि ग्राम में आशा द्वारा परिवार नियोजन की जानकारी नहीं दी जाती थी। जब से गाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी चलाया गया ,तब से आशा द्वारा परिवार नियोजन की जानकारी दी जा रही है।
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अंजू ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से बताती है कि गाधारी ग्राम में पहले किशोरों को टीटी का टीका नहीं दिया जाता था। पर जब से ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी चलाया गया ,तब से आशा दीदियों द्वारा किशोरों को टीटी का टीका दिया जा रहा है।
उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अंजू ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से बताती है कि खरेचा ग्राम में पहले वीएचएनडी में महिलाओं को और किशोरियों को नहीं बुलाया जाता था ,साथ ही आशा दीदी तो रहती थी पर आँगनबाड़ी की सहभागिता भी नहीं रहता था । पर जब से ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी चलाया गया ,तब से खरेचा ग्राम में आँगनबाड़ी की सहभागिता भी देखी जा रही है ।