आरजू मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि बदलते मौसम में खेती को बेहतर बनाने के लिए वह खेत में खाद का उपयोग करती है जिससे खेती की उर्वरकता बढ़ती है और फसल को मजबूत बनाने के लिए पानी का प्रयोग करते है

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से राखी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है कि जैविक खेती में रासायनिक खाद को त्याग कर घेरलू खाद का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे गोबर खाद, केंचुआ खाद,खरपतवार को सड़ाकर बनाया गया खाद आदि।  

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से राखी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, सरकार ने खेती के लिए किसानों के लिए कई योजनाएँ लागू किया है। जैसे किसान क्रेडिट कार्ड योजना ,किसान सम्मान निधि योजना ,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आदि।

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से राखी ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से बताती है कि वो मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाने के लिए खाद का प्रयोग करती है साथ ही फसल मज़बूती के लिए जल का प्रयोग करती है

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अनामिका मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है कि किसानो को खेती को बेहतर बनाने के लिए रासायनिक खाद को त्याग कर घेरलू खाद का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे गोबर खाद, केंचुआ खाद,खरपतवार को सड़ाकर बनाया गया खाद आदि।  

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से अनामिका ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से कहती है कि बदलते मौसम में खेती को बेहतर करने के लिए खाद का इस्तेमाल करती है। जिससे उर्वरक क्षमता बढ़ती है और फसल को मजबूत करने के लिए पानी का इस्तेमाल करती है

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से जोया मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की सरकार ने खेती के लिए किसानों के लिए कई योजनाएँ लागू कि है। जैसे किसान क्रेडिट कार्ड योजना ,किसान सम्मान निधि योजना ,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना आदि।

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर ज़िला से अर्चना ,ग़ाज़ीपुर स्वास्थ्य सहायक वाणी के माध्यम से बताती है कि फसल के लिए जैविक खादों का प्रयोग करना चाहिए। रासायनिक खादों का प्रयोग नहीं करना चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से अर्चना केसरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहती है की, बेहतर खेती के लिए खाद का इस्तेमाल करती है और फसल को मजबूत करने के लिए पानी का इस्तेमाल करती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ीपुर जिला से सुनील मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि जैविक खेती में रासायनिक खाद को त्याग कर घेरलू खाद का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे गोबर खाद, केंचुआ खाद,खरपतवार को सड़ाकर बनाया गया खाद आदि।