उत्तरप्रदेश राज्य के वाराणसी जिला से गजेंद्र कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि पुरुषों और महिलाओं के बीच असमानता का पहला कारण निरक्षरता है, चाहे वह पुरुषों में हो या महिलाओं में। दोनों तरफ से अगर कोई अनपढ़ है तो महिलाओं को समान दर्जा देना मुश्किल है। जबकि वह शोषण नहीं करता है, वह महिलाओं को अपना समान अधिकार देता है, अगर महिलाओं को शिक्षा की शक्ति नहीं मिलती है, तो महिलाएं खुद पीछे रह जाती हैं। बदलते युग में आज लोग लड़कियों को शिक्षा देने का प्रयास कर रहे हैं। लड़कियाँ शिक्षित हो रही हैं। लड़कियाँ भी शिक्षित होने के बाद अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं। लेकिन भारत में, गाँव घर की संरचना महिलाओं को घर के भीतर एक द्वितीयक दर्जा देती है। यह सामाजिक संरचना महिलाओं को घर के भीतर एक द्वितीयक दर्जा देती है। इसके लिए सामाजिक ढांचे की संरचना भी जिम्मेदार है, फिर भी महिलाओं को सरकार द्वारा सभी अधिकार दिए जा रहे हैं।