वाराणसी में कोराना की तरह टीबी मरीजों के भी हॉट स्पॉट चिह्नित होंगे। हॉट स्पॉट में ही मरीजों के समुचित उपचार व पोषण की मुकम्मल इंतजाम किए जाएंगे। चिह्नित एरिया में घर-घर लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इस दौरान जिनमें भी टीबी रोग के लक्षण मिलेंगे, उनका एक्सरे कराया जाएगा। रोग की पुष्टि होने पर उनका भी उपचार होगा। स्वास्थ्य विभाग ने सन-2025 तक टीबी मुक्त काशी अभियान को गति देने के लिए अब माइक्रो लेवल पर प्रयास शुरू किया है। उसके तहत हॉट स्पॉट बनेंगे। बनारस में टीबी के 7257 सक्रिय मरीज हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. पीयूष राय ने बताया कि उन वार्ड, ब्लॉक व गांवों में हॉट स्पॉट बनाएगा जहां टीबी रोगी सर्वाधिक मिले हैं या मिलते हैं।